Friday, October 31, 2014

जीवन परिचय : आचार्य जे.बी. कृपलानी

परिचय
आचार्य जे.बी. कृपलानी



जन्म : 1888, हैदराबाद, सिंध।
शिक्षा : हैदराबाद व मुंबई। पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से इतिहास में एम.ए.–1909
अध्यापन (मुजफ्फरपुर, बिहार)–1912-1917
चंपारन सत्याग्रह (1917), में महात्मा गांधी के सहयोगी।
पंडित मदनमोहन मालवीय, कांग्रेस अध्यक्ष के सहायक–1918
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर–1919-1920
असहयोग आंदोलन में विश्वविद्यालय से इस्तीफा–1920
श्री गांधी आश्रम की स्थापना–1920, 1971 तक श्री गांधी आश्रम के निदेशक।
प्राचार्य गुजरात विद्यापीठ–1922-27
खादी और स्वाधीनता संग्राम के काम-काज में सक्रिय–1927-34
कांग्रेस महासचिव–1934-46
कांग्रेस के 57वें अध्यक्ष–1946-47, नीतिगत मतभेद होने पर कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवंबर, 1947 में इस्तीफा।
1950, में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़े और हारे, पी.डी. टंडन जीते।
विजिलपत्रिका का प्रारंभ–1950
कांग्रेस डेमोक्रेटि· फ्रंट की स्थापना–1951
कांग्रेस से इस्तीफा और किसान-मजदूर प्रजा पार्टी का विलय–1952, और प्रसोपा का गठन।
प्रसोपा के अध्यक्ष–1952
प्रसोपा के अध्यक्ष पद से इस्तीफानवंबर, 1954
प्रसोपा से अलग हुए और निर्दलीय राजनीति, 1960
संसदीय जीवन-
            1. संविधान सभा के सदस्य–1946-50
            2. अंतरकालीन संसद में सदस्य–1950-52
            3. लोकसभा सदस्य
            1.         1952–·किसान-मजदूर प्रजा पार्टी के अध्यक्ष के  रूप में फैजाबाद से चुनाव लड़े और हारे।
            2.         1953 में भागलपुर-सहरसा चुनाव क्षेत्र से एक उपचुनाव में जीते।
            3.         1957-62 के लो·सभा चुनाव में सीतामढ़ी से जीते।
            4.         1962 के आम चुनाव में मुंबई से वी.·के. कृष्ण मेनन के मुकाबले हारे।
            5.         1963 में अमरोहा उपचुनाव कांटे की लड़ाई में जीते।
            6.         1967 के आम चुनाव में रायपुर से हारे।
            7.         1967 के उपचुनाव में गुना से जीते।
            8.         1971 का चुनाव नहीं लड़ा, आगरा से प्रस्ताव था।
            9.         1977 में जनता पार्टी के लिए प्रचार किया।
जेल यात्राएं–1917, 1921, 1930, 1933, 1934 (दो बार) और 1942
निधन–19 मार्च 1982
पुस्तकें
            1.         गांधीजीवन और दर्शन
            2.         गांधी दर्शन
            3.         गांधी मार्ग
            4.         अहिंसक क्रांति
            5.         सर्वोदय और लोकतंत्र
            6.         सर्वोदय और पंचवर्षीय योजना
            7.         प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
            8.         दी फ्युचर ऑफ दी कांग्रेस
            9.         फ्रीडम इन पेरिल
            10.       ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी
            11.       इंडियन नेशनल कांग्रेस
            12.       दी पोलिटिक्स ऑफ चरखा
            13.       वर्ग संघर्ष
            14.       54वें कांग्रेस अधिवेशन का अध्यक्षीय भाषण
            15.       तिब्बत
            16.       योजनागांधी की कसौटी पर
            17.       गांधी : एक राजनैतिक अध्ययन
            18.       माई टाइम्स

2 comments:

  1. आचार्य कृपलानी जैसे व्यक्तित्व का भारतीय राजनीति में बिरले ही राजनेता हैं ।आचार्य कृपलानी लखनऊ में कहा करते थे कि सुचेता इन कांग्रेसियों से बच कर रहना बड़े गंदे हैं ।
    मुझे स्मरण है कि १९६३ में आचार्य जी ने अमरोहा से निर्दलीय के रुप में उप चुनाव लड़ा जो कांग्रेस की प्रतिष्ठा बना ।एक दिन प्रात: मैं प्रकाश वीर जी के साथ उनके चुनाव के समय पी ड्बलु डी गेस्टहाउस में गये तो देखा कि सुचेता जी जो मुख्य मंत्री थी आचार्य जी के सिर में तेल लगाकर मालिक कर रही थी ।शास्त्री जी देखकर हैरान रह गये ।कि सुचेता जी विरोधी दल की हैं और आचार्य जी निर्दलीय लड़ रहे हैं पर पति पत्नी का यह रिस्ता अनोखा था ।आज भारतीय राजनीति इन संबंधों की कल्पना भी नहीं कर सकती ।

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  2. गांधी जीवन और दर्शन, पुस्तक कैसे प्राप्त कर सकते हैं

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